जैविक खाद – गोबर, वर्मी कम्पोस्ट, सरसो की खली, केले के छिलको की खाद
गोबर खाद
इसमें वह सारे तत्व पाए जाते हैं जिनकी आवश्यकता पौधों को इस मौसम में पढ़ती है गमले की मिट्टी में गोबर की खाद मिलने से मिट्टी में हवा और जल का संचार अच्छी तरह से होता है पानी पौधों की जड़ों तक सरलता से पहुंच जाता है पौधों की जड़ों का विकास अच्छा होता है इसके अलावा पौधों कम तापमान में भी अच्छी तरह से बढ़ पाता है और मिट्टी में भी लाभदायक जीवाणुओं की संख्या बढ़ती है गोबर की सड़ी हुई खाद को ही गमले में पौधे लगाने के लिए इस्तेमाल करें गमले की मिट्टी की तैयार करता 20 30 दी गोवा खाद की मिट्टी में मिले इसके अलावा पौधे लगे जीमेल की ऊपरी मिट्टी में महीना में एक बार एक मुट्ठी गोबर की खाद डालें |
वर्मी कंपोस्ट की खाद
इस खाद को सभी प्रकार के पौधों में उपयोग कर लिया जा सकता है वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी की संरचना में सुधार होता है पौधे की बढ़ावा अवस्था के दौरान हर महीने में गमले में एक मुट्ठी बारे में कंपोस्ट डाला वर्मी कंपोस्ट मिट्टी रहित माध्यम में उगाई जाने वाले पौधे यानी हाइड्रोपोनिक के लिए भी काफी उपयोगी खाद है |
सरसों की खाली की खाद
सर्दियों में बगिया में लगे फूल और सब्जियों के पौधों की बढ़ावा अच्छी नहीं हो रही है उनमें फूलों व फल नहीं लग रहे हैं तो सरसों की खली का उपयोग करें इसमें प्रयोग से पौधे में कीड़े में बीमारियों का प्रकोप भी नहीं होता इसका घोल बनाकर पौधों में डाला जाता है 100 ग्राम सरसों की खाली को मिट्टी के बर्तन या प्लास्टिक की बाल्टी मिले और उसमें 1 लीटर पानी मिला दे फिर बर्तन को ढक कर दो-तीन दिनों के लिए रखा रहने दे इसके बाद गूगल में तीन लीटर पानी मिला दें और उसमें उसे फूलों और सब्जियों के पौधों पर छिड़काव करें इसके अलावा आधे से एक मुट्ठी मस्टर्ड केक पाउडर को पौधे की मिट्टी में मिले |
केले के छिलकों की खाद
केले के छिलकों से बनी खाद इस मौसम में पौधों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है इसमें पोटेशियम मैग्नीशियम और फास्फोरस तत्व भरपूर मात्रा पाए जाते हैं केले के छिलकों को खाद के रूप में इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले एक बर्तन ने और उसमें तीन-चार छिलकों को डालकर पानी से भर दिन 2 दिन के बाद केले के छिलकों को पानी से निकालकर अलग कर दें और पानी को पौधों में छिड़काव करें |
खाद डालते समय ध्यान रखें यह बातें |
- सर्दी में पौधों की बढ़वार के समय जब उन्हें फल या फूल लगने लगे तब खाद डालें |
- सुबह खाद डालने से पौधों को अधिक से अधिक पोषक तत्वों को सूखने का अच्छा मौका मिलता है इससे पौधों में फल फूल और सब्जियों को पैदावार अच्छी होती है ।
- खाद इस्तेमाल करने से पहले खरपतवार हटा दे |
- खोदाई करने यानि ऊपर की मिट्टी को थोड़ा सा खोदने के बाद , खाद डालें इसमें खाद्य जड़ों तक पहुंचेगी खुदाई
के दौरान चरणों को नुकसान न पहुंचे इसका ध्यान रखें |
खाद डालने के तुरंत बाद पानी न दें कुछ समय बाद दे सुबह खाद डाली तो शाम को पानी दे और शाम को खाद डाली है तो अगले दिन सुबह पानी दे |





